उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री की नई योजनाएं, किसानों को मिल रही मदद
पत्र सूचना शाखा
(मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, उ0प्र0मुख्यमंत्री ने सहारनपुर, मीरजापुर, बांदा, बस्ती, अमरोहा और फिरोजाबाद की महायोजना-2031 के प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया
विकास प्राधिकरणों का उद्देश्य सुनियोजित, संतुलित और तीव्र विकास को दिशा देना ,आम आदमी की सुविधा पर फोकस किया जाए: मुख्यमंत्री
स्थानीय शिल्पकला और परम्परागत उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए क्लस्टर विकसित किये जाएं
नगरों में यातायात प्रबन्धन के लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता
महायोजना में टैक्सी-आॅटो स्टैण्ड और स्ट्रीट वेण्डर जोन के लिए स्पष्ट भूमि चिन्हित की जाए
सहारनपुर की महायोजना में औद्योगिक-व्यावसायिक और आवासीय गतिविधियों के विकास के लिए सुनियोजित प्राविधान रखे जाएं
मीरजापुर में मां विन्ध्यवासिनी धाम के सौन्दर्यीकरण का कार्य तेजी से चल रहा
भविष्य की आवश्यकताओं के दृष्टिगत मीरजापुर के विकास क्षेत्र का दायरा और अधिक बढ़ाया जाना चाहिए
जनपद अमरोहा के लिए पहली बार महायोजना तैयार हो रही, ढोलक, ड्रम, काॅटन रिसाइकिलिंग और बिन्दी बनाने जैसी गतिविधियां यहां की परम्परा का हिस्सा, इन्हें और अधिक फैसिलिटेट करने की व्यवस्था की जाए
जनपद बांदा में इंडस्ट्रियल काॅरिडोर प्रस्तावित, महायोजना की सीमा काॅरिडोर तक होनी चाहिए
लखनऊ: 04 मार्च, 2024
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अपने सरकारी आवास पर जनपद सहारनपुर, मीरजापुर, बांदा, बस्ती, अमरोहा और फिरोजाबाद की महायोजना-2031 के प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया और नियोजित विकास के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरणों का उद्देश्य सुनियोजित, संतुलित और तीव्र विकास को दिशा देना है। आम आदमी की सुविधा पर फोकस किया जाए। सभी विकास प्राधिकरणों को आय की नई सम्भावनाएं तलाशनी होंगी।
PN-CM-Master Plan
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्थानीय शिल्पकला और परम्परागत उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए क्लस्टर विकसित किये जाएं। प्रतिमाओं की स्थापना चैराहों के स्थान पर पार्कों में करना उचित होगा। नगरों में यातायात प्रबन्धन एक महत्वपूर्ण विषय है। हमें इसके लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है। टैक्सी-आॅटो स्टैण्ड और स्ट्रीट वेण्डर जोन तय होने चाहिए। महायोजना में इसके लिए स्पष्ट भूमि चिन्हित की जाए। मल्टीलेवल पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान निर्धारित करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सहारनपुर ‘देवभूमि का प्रवेश द्वार’ है। विगत 06-07 वर्षों में यहां न केवल व्यावसायिक गतिविधियों में तेजी आई है, बल्कि बेहतर होती कनेक्टिविटी और नगरीय सुविधाओं के कारण लोग यहां स्थायी निवास भी बना रहे हैं। सहारनपुर की महायोजना में औद्योगिक-व्यावसायिक और आवासीय गतिविधियों के विकास के लिए सुनियोजित प्राविधान रखे जाएं। सहारनपुर में वुड कार्विंग क्लस्टर के लिए स्थान चिन्हित करें। वर्तमान में जहां काष्ठ शिल्प का हब है, यह स्थान उससे बहुत दूर नहीं होना चाहिए। लाॅजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग हब के लिए भी स्थान चिन्हित किये जाएं। आमजन के लिए प्राधिकरण द्वारा नई आवासीय परियोजना की कार्ययोजना तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मीरजापुर में मां विन्ध्यवासिनी के पावन धाम के सौन्दर्यीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। यहां नवस्थापित मेडिकल काॅलेज और राज्य विश्वविद्यालय को भी महायोजना में शामिल करें। भविष्य के मीरजापुर की आवश्यकताओं के दृष्टिगत मीरजापुर के विकास क्षेत्र का दायरा और अधिक बढ़ाया जाना चाहिए। जनपद बस्ती विकास की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है। यहां चीनी मिल तथा मेडिकल काॅलेज स्थापित हैं। महायोजना-2031 के दायरे में इन्हें भी लाया जाना उचित होगा। विकास नियोजित और संतुलित हो, इसके लिए विशेष ध्यान देना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद अमरोहा के लिए पहली बार महायोजना तैयार हो रही है। ढोलक, ड्रम, काॅटन रिसाइकिलिंग और बिन्दी बनाने जैसी गतिविधियां यहां की परम्परा का हिस्सा हैं। इन्हें और अधिक फैसिलिटेट करने की व्यवस्था की जाए। जनपद बांदा में इंडस्ट्रियल काॅरिडोर प्रस्तावित है। महायोजना की सीमा काॅरिडोर तक होनी चाहिए। इससे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को जोड़ा जाए। हैवी ट्रैफिक से नगर का आम यातायात प्रभावित न हो, इसके लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है।
पत्र सूचना शाखा
(मुख्यमंत्री सूचना परिसर)
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ0प्र0प्रदेश सरकार बारिश एवं ओलावृष्टि से प्रभावित सभी
किसानों को पूरी मदद देने के लिए प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री ने 09 जनपदों में बारिश/ओलावृष्टि से हुई फसल
क्षति से प्रभावित किसानों को अविलम्ब मुआवजा राशि प्रदान
करने के लिए 23 करोड़ रु0 अग्रिम के तौर पर स्वीकृत कियेलखनऊ: 05 मार्च, 2024
PN-CM-Crop Compensation
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि प्रदेश सरकार बारिश एवं ओलावृष्टि से प्रभावित सभी किसानों को पूरी मदद देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बारिश/ओलावृष्टि से जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ है, उन्हें राहत प्रदान करने के लिए तेजी से कार्यवाही की जाए।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने 09 जनपदों में बारिश/ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति से प्रभावित किसानों को अविलम्ब मुआवजा राशि प्रदान करने के लिए 23 करोड़ रुपये की धनराशि अग्रिम के तौर पर स्वीकृत की है। प्रवक्ता के अनुसार 01 से 03 मार्च, 2024 की अवधि में जनपद बांदा, बस्ती, चित्रकूट, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, सहारनपुर तथा शामली में बारिश/ओलावृष्टि से हुई फसल क्षति से प्रभावित किसानों को राहत प्रदान करने के लिए यह धनराशि स्वीकृत की गयी है।
PN-CM-Master Plan:
प्रदेश की विकास योजना: मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री ने आज उत्तर प्रदेश के विकास को गति देने के लिए सहारनपुर, मीरजापुर, बांदा, बस्ती, अमरोहा और फिरोजाबाद की महायोजना-2031 के प्रस्तुतिकरण का अवलोकन किया। इसमें विकास प्राधिकरणों को संतुलित और तीव्र विकास को दिशा देने का दिशा-निर्देश दिया गया है। विकास के साथ-साथ आम आदमी की सुविधाओं पर भी फोकस किया जाएगा।
सुझाव और निर्देश:
– स्थानीय शिल्पकला और परंपरागत उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए क्लस्टर विकसित किए जाएं।
– नगरों में यातायात प्रबंधन को मजबूत किया जाए।
– टैक्सी-आॅटो स्टैण्ड और स्ट्रीट वेंडर जोन के लिए भूमि का स्पष्ट निर्देश दिया जाए।
PN-CM-Crop Compensation:
बारिश का हाल: किसानों को मुआवजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में बारिश एवं ओलावृष्टि से प्रभावित सभी किसानों को पूरी मदद देने के लिए प्रतिबद्ध किया है। उन्होंने बारिश/ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को अविलम्ब मुआवजा राशि प्रदान करने के लिए 23 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। इस समस्या के समाधान के लिए प्रदेश सरकार कड़ी मेहनत कर रही है।