कानपुर में नौकरी की तलाश में: फैक्ट्री में आई वैकेंसी का खुला दरवाजा
नौकरी की तलाश में युवाओं के लिए कानपुर में लगी फैक्ट्री में निकली वैकेंसी के बारे में जानकारी देते हैं। कानपुर में पांच आयुध निर्माणी फैक्ट्रियों में आयुध वीरों की भर्ती की रूपरेखा तैयार हो चुकी है और कंपनी को भी नियुक्त कर दिया गया है। पांचों फैक्ट्रियों में तकनीकी चार सौ पदों पर भर्ती की जाएगी जो चार साल के लिए होगी। आयुध निर्माणियों में अब अग्निवीरों की तर्ज पर ‘आयुध वीरों’ की भर्तियां किए जाने की राह खुलेगी। रक्षा मंत्रालय ने म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड को भर्ती करने की मंजूरी दे दी है। अब शहर की पांच आयुध निर्माणियों में भी तकनीकी शाखा में 400 पदों पर भर्ती करने की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है।
कानपुर में पांच आयुध निर्माणी फील्ड गन फैक्ट्री, आयुध निर्माणी कानपुर, लघु शस्त्र निर्माणी, आयुध उपस्कर निर्माणी, आयुध पैराशूट फैक्ट्री में तकनीकी पदों पर भर्ती की जाएगी। इसमें फिटर, टर्नर, मशीनिस्ट, ग्राइंडर, वेल्डर और बीटीआर प्रशिक्षण से संबंधित पदों, स्टोर कीपर, लिपिक वर्ग के लिए 400 पद शामिल किए गए हैं।
आयुध निर्माणी कानपुर के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक गोला-बारूद बनाने वाली कंपनी म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआइएल) को आयुध वीरों की भर्ती करने की मंजूरी मिली है। कंपनी इस बारे में पांच सितंबर को पत्र जारी कर चुकी है। इस कंपनी में केमिकल प्रोसेसिंग वर्कर (सीपीडब्ल्यू) और डेंजर बिल्डिंग वर्कर (डीबीडब्ल्यू) की भर्ती शुरू होगी। यह भर्ती एक से चार साल के लिए होगी। युवाओं को प्रतिमाह 19,900 रुपये वेतन के साथ महंगाई भत्ता, एक साल में 30 अवकाश व शेष अवकाश के नकदीकरण की सुविधा मिलेगी।
आयुध वीरों की भर्ती के नाम पर युवाओं से धोखा किया जा रहा है। आल इंडिया डिफेंस इम्प्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन पाठक ने आयुध वीरों की भर्ती को लेकर विरोध जताते हुए सरकार के फैसले को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि आयुध वीरों की भर्ती के नाम पर युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है। पहले ट्रेडवार स्थायी नियुक्ति होती थी लेकिन अब चार साल की नौकरी के लिए तीन साल तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। फेडरेशन विरोध करेगा।