स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीएए पर भ्रमक टिप्पणी क्यों दिया आइए जानते हैं?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीएए पर भ्रामक टिप्पणी करने के आरोप में पर केस दर्ज किया गया है। उन पर सीएए को लेकर नफरती बयानबाजी, धार्मिक भावनाएं भड़काने और आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। मांची पुलिस को दी गई तहरीर में बाराडाड़ गांव निवासी बिंदु खरवार ने बताया कि उन्हें 12 मार्च को सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकता संशोधन विधेयक पर स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी की जानकारी हुई।
अपनी टिप्पणी में स्वामी प्रसाद मौर्य ने सैकड़ों वर्षों से जंगलों में रहने वाले आदिवासियों और घुमंतू जनजातियों, ग्राम समाज की जमीन पर बसे दलितों, पिछड़ों, गरीबों, वंचितों, अल्पसंख्यकों को नागरिकता से वंचित करने की बात कही है। इसको लेकर क्षेत्र के जनजातियों में तरह-तरह की अफवाहें फैल रही हैं। सभी लोग डरे व सहमे हुए हैं। यह भ्रामक और देश विरोधी वक्तव्य हैं।
तहरीर के आधार पर मांची पुलिस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर नफरती बयानबाजी, धार्मिक भावनाएं भड़काने और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। सीओ सदर संजीव कटियार ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है। सभी पहलुओं पर गंभीरता से विचार करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय पुलिस ने अपराधियों व वांछितों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के क्रम में एक वारंटी को उसके घर के पास से गिरफ्तार किया। डाला चौकी प्रभारी राजेश सिंह ने बताया कि वारंटी आनंद अग्रहरी डाला बाजार का रहने वाला है। उसके विरुद्ध न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।