उज्जवल रमण सिंह कांग्रेस में शामिल: क्या यह बदलाव लायेगा यूपी की राजनीति में?
समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री उज्जवल रमण सिंह कल कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। उज्जवल रमण समाजवादी पार्टी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। वह समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुंवर रेवती रमण सिंह के बेटे हैं। अब यह साफ़ हो गया है कि उज्जवल रमण ही इलाहाबाद सीट से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।
हालांकि उज्जवल रमण सिंह अकेले ही कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। उनके पिता रेवती रमण सिंह समाजवादी पार्टी नहीं छोड़ेंगे। रेवती रमण सिंह सपा में ही बने रहेंगे और कांग्रेस की सदस्यता नहीं लेंगे। हालांकि गठबंधन की पार्टी होने के नाते वह बेटे उज्जवल रमण सिंह के साथ मंच साझा करते रहेंगे और खुलकर उनका प्रचार भी करते रहेंगे। उज्जवल रमण को लखनऊ में कांग्रेस के दफ्तर में आज दोपहर बारह बजे सदस्यता दिलाई जाएगी। इस मौके पर प्रयागराज से तमाम कार्यकर्ता और समर्थक भी लखनऊ में मौजूद रहेंगे।उज्जवल रमण सिंह मुलायम सिंह यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। अखिलेश यादव सरकार में भी वह दर्जा प्राप्त मंत्री थे। उज्जवल रमण सिंह 2004 और 2017 में सपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उज्जवल रमण को मैदान में उतारकर कांग्रेस पार्टी इलाहाबाद सीट पर पिछले 40 सालों का सूखा खत्म करने की कोशिश करेगी।
इसी पर कांग्रेस पार्टी को आखिरी बार 40 साल पहले कामयाबी मिली थी। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन सांसद चुने गए थे। अमिताभ बच्चन के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी को यहां कामयाबी नहीं मिली है। उज्जवल रमण सिंह इस सीट पर कांग्रेस और सपा के साझा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।