आयुष मंत्री के औचक निरीक्षण में मिलीं दवा वितरण की अनियमितियां, डॉक्टरों पर लगा बड़ा आरोप!
आयुष मंत्री सोमवार को राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय चौकाघाट का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। वह कॉलेज परिसर में करीब दो घंटे तक रहे और मरीजों को देखने के लिए ओपीडी में बैठे एक-एक डॉक्टर के पास गए। डॉक्टरों के टेबल का दराज खुलवा कर देखा तो इसमें से निजी मेडिकल स्टोर की दवा लिखी पर्चियां मिलीं हैं। इसपर मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई है।मंत्री ने दवा वितरण काउंटर भी देखा। जीससे पता चला कि लंबे समय से यहां 55 दवाइयां ही दी जा रही हैं। नियमानुसार, 210 से ज्यादा दवाइयां होनी चाहिए।
मंत्री ने एक महिला मरीज से ओपीडी का पर्चा मांगा तो उसपर भी बाहर की दवाएं लिखी मिलीं।दवा वितरण कक्ष में पहुंचे आयुष मंत्री ने मरीजों से पूछा कि आप लोगों के पास बाहर की दवा लिखी पर्ची है। इसपर मरीज असहज हो गए। इसी बीच एक महिला सामने आई और कहा कि बाहर की दवा लिखी गई है। मंत्री ने इसी पर्ची के पीछे दवा लिखने वाले डॉक्टर का नाम लिखा और उसे अपने पास रख लिया। दवा वितरण कक्ष में आयुष मंत्री ने दवा बांट रहे कर्मचारी को एक मरीज का पर्चा दिखाते हुए कहा कि ये दवाएं हैं न। देखिए। इस पर कर्मचारी ने बताया कि 50 दवाएं हैं। तब मंत्री ने साथ मौजूद व्यक्ति से कहा कि इ सब पुर्जे की फोटो ले लिजिये.आयुष मंत्री एक डॉक्टर के केबिन में गए और उनसे टेबल के दराज से कागजात निकालने को कहा। डॉक्टर पहले तो सहम गए। फिर एक-एक करके कागजात निकालने लग। चार से पांच अलग-अलग निजी मेडिकल स्टोर की पर्ची निकली। डॉक्टर ने कुछ देर किया तो मंत्री ने कहा कि इसमें तो सब है डॉक्टर साहब। सारी चीजें इसी में हैं। क्यों चाहते हैं कि हम खुद से करें तो अच्छा रहेगा। मंत्री ने निजी मेडिकल स्टोर की पर्ची ले ली और कहा कि अपमानित होना चाहते हैं तो बता दीजिए। मैं मांग रहा हूं तो भी आप छिपा रहे हैं और चोरी कर रहे हैं।आयुष मंत्री के औचक निरीक्षण के दौरान वीडियो बनाया गया। फोटो भी खींची गई है।
इस बीच मंत्री ने दवा वितरण काउंटर से उपस्थित और अनुपस्थित कर्मचारियों का रजिस्टर मंगवाया। पता चला कि एक कर्मचारी बिना बताए अनुपस्थित है। इस पर मंत्री ने रजिस्टर पर लाल पेन चलाकर उसको अनुपस्थित कर दिया। एक अन्य कर्मचारी के नाम के आगे भी गोला बनाकर उसको भी अनुपस्थित कर दिया।