हापुड़ के नामी अस्पताल की लापरवाही : ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट में छोड़ी आपत्तिजनक चीजें, खुलासे के बाद उड़े होश
हापुड़ : नगर कोतवाली के सामने स्थित वैलनेस हास्पिटल के डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। अपेंडिक्स के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने महिला के पेट में रूई और पट्टी छोड़ दी, जिससे महिला की हालत बिगड़ गई। परिजनों द्वारा उसे दूसरे अस्पताल में ले जाने पर इस लापरवाही का खुलासा हुआ। घटना से आक्रोशित लोगों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया, जिसके बाद डॉक्टर अस्पताल से फरार हो गए। देर रात तक पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास किया।
क्या है पूरा मामला?
रेलवे रोड स्थित निराश्रय सेवा समिति के सदस्य टिंकू ने बताया कि करीब 20 दिन पहले उसकी पत्नी पूनम की तबीयत बिगड़ गई थी। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि उसका अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया जाएगा। टिंकू ने पत्नी को 15 दिन पहले नगर कोतवाली के सामने स्थित वैलनेस हास्पिटल में भर्ती कराया था। 13 दिन पहले डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया और 6 दिन बाद उसे अस्पताल से घर भेज दिया।
जांच में हुआ खुलासा
इसके बाद पूनम के पेट पर लगे टांकों से पस निकलने लगा। टिंकू ने डॉक्टरों को बताया तो उन्होंने प्रतिदिन मरहम-पट्टी के लिए अस्पताल बुलाना शुरू कर दिया। बुधवार को पूनम की हालत ज्यादा बिगड़ने पर टिंकू उसे दूसरे अस्पताल ले गया, जहां चिकित्सकों ने गंभीरता से जांच की। जांच में पता चला कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने महिला के पेट में रूई और पट्टी छोड़ दी थी, जिससे संक्रमण फैल गया था। डॉक्टरों ने किसी तरह टांके हटाकर उसके पेट से पट्टी और रूई को बाहर निकाला।
हंगामे के बाद पुलिस ने लिया एक्शन
घटना से आक्रोशित होकर पीड़ित के परिजनों और अन्य लोगों ने वैलनेस हॉस्पिटल के सामने हंगामा शुरू कर दिया। डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद डॉक्टर अस्पताल से फरार हो गए। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराने का प्रयास किया।
पुलिस का बयान
नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रघुराज सिंह ने बताया कि मामले में अभी कोई शिकायत नहीं मिली है। पुलिस ने लोगों को शांत कराया है और शिकायत मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के एक्शन का इंतजार, क्या अस्पताल होगा सीज?
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वैलनेस हास्पिटल की इस घटना ने चिकित्सा क्षेत्र में लापरवाही के गंभीर नतीजों को उजागर किया है। इस प्रकार की घटनाओं से न केवल मरीजों की जान को खतरा होता है, बल्कि चिकित्सा पेशे की साख भी दांव पर लग जाती है। अब देखना यह है कि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग किस प्रकार से इस मामले में न्याय दिलाते हैं और भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं !