विंध्याचल में दुष्कर्म का मामला: पीड़िता की शिकायत पर पुलिस की लापरवाही
विंध्याचल के सीताकुंड में 11 सितंबर को दर्शन-पूजन कर लौटते समय पति को पेड़ में बांधकर महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि घटना की तहरीर विंध्याचल थाने में देने के बावजूद पुलिस चार दिन तक पीड़ित को दौड़ाती रही।
इसी बीच घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गया। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। लेकिन अब तक किसी भी आरोपित को पकड़ नहीं सकी है।
विंध्याचल के कोतवाल पीपी पांडेय ने बताया कि अभी तक पीड़िता उनके सामने नहीं आई है। उसका पति उसे सामने नहीं लाना चाहता है। जब तक महिला थाने नहीं आएगी और उसका मेडिकल नहीं कराया जाएगा तब तक घटना की पुष्टि कैसे होगी। तहरीर मिलने पर जांच की जाएगी।
मीरजापुर के सीओ नगर विवेक जावला ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है। घटना की जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जनपद के एक गांव निवासी एक युवक पत्नी को लेकर 11 सितंबर को विंध्याचल के कालीखोह मंदिर दर्शन-पूजन करने आया था। वहां से सीताकुंड में दर्शन करने चले गए। आरोप है कि लौटते समय रास्ते में दोपहर के वक्त पांच की संख्या में आरोपित बाइक से आए और दोनों को पकड़कर नाम-पता पूछने लगे। बाद में युवक की डंडे से पिटाई करने लगे।
आरोप है कि दो आरोपितों ने युवक को नीम के पेड़ से बांध दिया। शेष तीन आरोपित उसकी पत्नी को जंगल की ओर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपित घटना की पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने व वीडियो प्रसारित करने की धमकी देते हुए फरार हो गए। पीड़ित युवक ने आरोप लगाया कि वे लोग घटना के दिन ही थाने पर गए थे। लेकिन पुलिस ने कहा कि दो दिनों तक रुको, तब कार्रवाई की जाएगी।