सूरजपुर जिला न्यायालय में वकीलों की हड़ताल : इस महिला जज के खिलाफ फैला आक्रोश, जानिए पूरा मामला
ग्रेटर नोएडा : सूरजपुर स्थित जिला न्यायालय में एक बार फिर वकीलों की हड़ताल शुरू हो गई है। वकीलों का कहना है कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बबीता पाठक ने एक वकील के साथ दुर्व्यवहार किया है, जो बेहद गलत है। इसके विरोध में वकील एक दिवसीय हड़ताल पर बैठ गए हैं। बार एसोसिएशन ने मांग की है कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बबीता पाठक अपने व्यवहार में सुधार करें और समय पर कोर्ट में उपस्थित रहें। इसके साथ ही वकीलों के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए, जिससे ताकि न्यायिक प्रणाली में विश्वास और अनुशासन बना रहे।
क्या है पूरा मामला
गौतमबुद्ध नगर जनपद दीवानी और फौजदारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट उमेश भाटी ने बताया कि 3 जुलाई को बलजीत नगर ने वकीलों के सदन के सामने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बबीता पाठक द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की बात रखी। इस घटना से वकीलों को बहुत पीड़ा पहुंची और उन्होंने इस पर कड़ा एक्शन लेने की मांग की। वकीलों की मांगों को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक स्तर पर जल्द ही किसी समाधान की उम्मीद की जा रही है।
जिले के वकीलों का आक्रोश
अध्यक्ष एडवोकेट उमेश भाटी ने बताया कि बबीता पाठक समय पर न्यायालय नहीं आती हैं और देर तक कोर्ट में नहीं बैठती हैं। इसको लेकर वकीलों में आक्रोश है और वे एक दिवसीय हड़ताल पर बैठ गए हैं। इस कारण आज बुधवार को कोर्ट में कोई काम नहीं हो रहा है। वकीलों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई तो वे आगे भी हड़ताल जारी रख सकते हैं।
सचिव एडवोकेट धीरेन्द्र भाटी का बयान
एडवोकेट धीरेन्द्र भाटी ने कहा कि वकीलों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के व्यवहार में सुधार की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि न्यायालय के कामकाज में अनुशासन और समय की पाबंदी बहुत महत्वपूर्ण है। इस प्रकार के व्यवहार से वकीलों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वकीलों की इस हड़ताल का असर न्यायालय के कामकाज पर स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। सभी कानूनी कार्य स्थगित हो गए हैं, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में विलंब हो रहा है।