बंगाल में आईपीएस अधिकारी का इस्तीफा, राजनीति में उतरने की तैयारी?
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बंगाल में एक और आइपीएस अधिकारी ने गुरुवार को अचानक इस्तीफा दे दिया। 2010 बैच के आइपीएस अधिकारी देवाशीष धर ने राज्य के मुख्य सचिव बीपी गोपालिका को अपना इस्तीफा पत्र भेज दिया। इसमें उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है। इधर चुनाव से ठीक पहले अचानक इस्तीफे के बाद धर के राजनीति में उतरने की अटकलें तेज हो गई है।इधर, चुनाव से ठीक पहले अचानक इस्तीफे के बाद धर के राजनीति में उतरने की अटकलें तेज हो गई है।
राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि धर लोकसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं। मालूम हो कि इससे पहले आइपीएस अधिकारी प्रसून बनर्जी भी हाल में रायगंज रेंज के आईजी पद से इस्तीफा देकर राजनीति में शामिल हो गए थे। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बनर्जी को मालदा उत्तर सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है।2021 के बंगाल विधानसभा चुनाव में मतदान के दौरान कूच बिहार के शीतलकूची में एक बूथ पर अशांति के दौरान सीआईएसएफ जवानों ने फायरिंग कर दी थी, जिसमें चार ग्रामीणों की मौत हो गई थी।
उस समय देवाशीष धर ही कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक (एसपी) थे। उस घटना के बाद से ही वह ममता बनर्जी सरकार के निशाने पर थे।शीतलकूची घटना के बाद उन्हें निलंबित भी कर दिया गया था। बाद में निलंबन तो रद कर दिया गया, लेकिन उन्हें अनिवार्य प्रतीक्षा सूची में भेज दिया गया था। शीतलकूची में गोलीबारी की घटना की जांच सीआइडी को सौंपे जाने के बाद पूर्व एसपी धर को कई बार पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था। इसके अलावा उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज है। इस मामले में भी उनके खिलाफ जांच चल रही है।सीआइडी ने बेमामी संपत्ति मामले में सितंबर 2022 में आइपीएस धर और कारोबारी सुदीप्त रायचौधरी के साल्टलेक स्थित ठिकानों पर छापेमारी भी की थी।