बाराबंकी: बुलडोजर से तोड़ने की धमकी, प्रशासन और निवासियों के बीच तनाव

बाराबंकी:- विनय न मानत जलध जड़ गए तीन दिन बीति। बोले राम सकोप तब भय बिनु होय न प्रीति।’ रामचरितमानस की यह पंक्तियां जमुरिया नदी के तट पर शुक्रवार को चरितार्थ होती दिखीं। पिछले माह जिन लोगों को जमुरिया नदी की 25 मीटर की परिधि में जिनके घर आ रहे थे, उन्हें नोटिस देने के…

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