पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार, 25 हजार का इनाम घोषित
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में नोएडा एसटीएफ की टीम ने सोमवार को 25 हजार के इनामी समेत दो आरोपियों को मथुरा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान मोनू पंडित और गौरव चौधरी के रूप में हुई है। इनके पास से क्रेटा कार भी बरामद हुई है। आरोपियों के कई साथियों को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मोनू की गिरफ्तारी पर झांसी पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था। वह नोएडा सेक्टर-39 थाने के अलावा बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर पुलिस के लिए भी मुजरिम था। सिपाही भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को हुई थी। पेपर लीक होने पर शासन ने परीक्षा रद्द कर दी थी। मामले में नोएडा एसटीएफ की टीम भी जांच कर रही है। नोएडा एसटीएफ परीक्षा से पहले ही दो आरोपियों को झांसी से गिरफ्तार किया था। इनका बिहार कनेक्शन भी सामने आया था। इसके बाद एसटीएफ ने चार मार्च को नोएडा के प्रमोद पाठक को दिल्ली के मुखर्जी नगर से गिरफ्तार किया था। उसके आवास से पुलिस भर्ती से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे। प्रमोद से पूछताछ में मोनू और गौरव के बारे में जानकारी मिली।
नोएडा एसटीएफ के एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार दोनों आरोपी मथुरा के ही रहने वाले हैं। मोनू ने बताया कि वह मथुरा के बाजना इंटर कॉलेज में प्रमोद पाठक के साथ पढ़ता था। इंटर करने के बाद माेनू प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने मुखर्जी नगर आ गया।यहां उसकी मुलाकात मोनू गुर्जर से हुई, जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पैसे लेकर अभ्यर्थियों को पास कराने वाला गिरोह चलाता था। मोनू पंडित ने स्वयं को एमटीएस की परीक्षा में पास कराने के लिए मोनू गुर्जर से संपर्क किया। इसके बाद से यह लोग गिरोह बनाकर अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराने में लग गए। मोनू गुर्जर को एसटीएफ पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।वहीं, गौरव ने पूछताछ में बताया कि जब वह 2015 में एसएससी की परीक्षा दे रहा था, तभी उसकी मुलाकात आगरा के श्यामवीर बाबा से हुई जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को भर्ती कराने का गिरोह चलाता था। इसके बाद वह अन्य अभ्यर्थियों से संपर्क कर उन्हें श्यामवीर के पास लाने लगा और श्यामवीर का सहयोगी बन गया। बाबा और गौरव ने कई परीक्षाओं के पेपर लीक कराए। साल 2019 में गौरव ने देहरादून में ऑनलाइन परीक्षा कराने के लिए अपना एक जीएस सेंटर भी खोला था। यहीं उसकी मुलाकात मोनू गुर्जर से हुई थी।